आज हम हिंदी भाषा ज्ञान के अंतर्गत 1000+ tatsam shabd– तत्सम- तद्भव शब्द नामक पोस्ट लेकर आये हैं। जिसमें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले 1000 से अधिक तत्सम- तद्भव शब्दों का संग्रह किया गया है।
तद्भव शब्द किसे कहते हैं
तद्भव शब्द तत + भव से मिलकर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ है विकसित या उससे उत्पन्न। वे शब्द जो संस्कृत से विकसित या उत्पन्न हुए हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसे संस्कृत शब्द जो कुछ रूप परिवर्तन के साथ हिंदी शब्दकोश में आ गए हैं, वे तद्भव शब्द कहलाते हैं।
ये तद्भव शब्द पालि, प्राकृत, आदि अन्य भाषाओं से अपभ्रंश होते हुए हिंदी भाषा में प्रयुक्त होने लगे। हिंदी की सभी क्रियाएं, सर्वनाम, बहुत सारी संज्ञाएँ, विशेषण एवं क्रिया विशेषण तद्भव शब्द हैं। जैसे- आग, बरसा, स्लोक, किशुन, किरपा आदि।
“तद्भव शब्द हिंदी भाषा के मेरुदंड हैं।” डॉ0 उदय नारायण तिवारी
तत्सम शब्द किसे कहते हैं
तत्सम संस्कृत भाषा का शब्द है जो तत + सम से मिलकर बना है। जिसका अर्थ होता है- उसके समान। जो शब्द संस्कृत भाषा से हिंदी में आये हैं और अपने मूल रूप में ही प्रयोग किये जाते हैं, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।
जैसे- अग्नि, वर्षा, श्लोक, कृष्ण, कृपा आदि शब्द तत्सम शब्द हैं।
तत्सम शब्द के प्रकार
तत्सम शब्द दो प्रकार के होते हैं-
1- परंपरागत तत्सम शब्द– ऐसे शब्द जो संस्कृत साहित्य में उपलब्ध हैं, वे परंपरागत तत्सम शब्द कहलाते हैं।
2- निर्मित तत्सम शब्द– जो शब्द नवीन विचारों एवं व्यवहार की अभिव्यक्ति के लिए संस्कृत भाषा के व्याकरण के अनुसार समय- समय पर निर्मित कर लिए जाते हैं। वे निर्मित तत्सम शब्द कहलाते हैं।
वर्तमान समय में भी छायावादी युग एवं उसके बाद के साहित्यकार निरन्तर तत्सम शब्द निर्मित कर रहे हैं।
अ से tatsam shabd
तद्भव– तत्सम
अफीम– अहि-फेन
अंगुरी– अँगुली अँगुलि
अनाड़ी– अनर्थ
अच्छर– अक्षर
अंजली– अञ्जलि
अंगूठा– अङ्गष्ठ
अंगारा– अंङ्गार
अमोल– अमूल्य
असीस– आशीष
अटारी– अट्टालिका
अजान– अज्ञान
अगुवा– अग्रणी
अस्सी– अशीति
अस्तुति– स्तुति
अकाज– अकार्य
अंगरखा– अंगरक्षक
अँगीठी– अग्निष्ठिका
अंगूठी– अँगुष्ठिका
अंगोछा– अंग प्रौंछा
अंरक– अक्र
अंतड़ी– अंत्र
अंधा– अंध
अंधेरा– अधकार
अंस– अंश
अकेला– एकल
अखाड़ा– अक्षवाट
अखरोट– अक्षोर
अगहन– अग्रहायण
अगम– अगम्य
अगाड़ी– अग्रणी
अनाज– अन्नाद्य
अकास– आकाश
अचरज– आश्चर्य
अट्ठाईस– अष्टाविंशति
अट्ठानबे– अष्टानवति
अट्ठासी– अष्टाशीति
अठखेली– अष्ट
अठारह– अष्टादश
अढ़ाई– अर्धतृतीय
अड़सठ– अष्टाजष्टि
अदरक– आर्द्रक
अट्ठावन– अष्टापंचाशत
अधूरा– अर्धपूरक
अनूठा– अनुत्थ
अनी– अणि
अपाहिज– अपादहस्त
अपना– आत्मनः
अम्मा– अंब
अमी, अमिय– अमृत
अमचूर– आम्रचूर्ण
अमावस– अमावस्या
अगाड़ी– अग्रवर्ती
अलग– अलग्न
अनाज– अन्नघ
असाढ़– आषाढ़
अहेर– आखेट
अधरम– अधर्म
अहीर– आभीर
अरपन– अर्पण
अच्छत– अक्षत
आ
आग– अग्नि
आज– अद्य
आँख– अक्षि
आलस– आलस्य
आँक– अंङ्क
आस– आशा
आम– आम्र
आसरा– आश्रय
आंत– आँत्र
आँसू– अश्रु
आँच– अर्चि
आँब– आमा
आँवला– आमलकः
आवाँ– आपाक
आरसी– आदर्शिका
आधा– अर्ध, अर्द्ध
आठ– अष्ट
आप– आत्मा
आढ़त– आढ्यत्व
आभूसन– आभूषण
आयसु– आदेश
आधीन– अधीन
आँचर– आँचल
इ
इलायची– एला
इमली– अमलीका
इकट्ठा– एकत्र
इस– एतस्य
इतवार– आदित्यवार
इतना– इयत
इकतीस– एकत्रिंशत्
इकतालीस– एकचत्वारिंशत्
इकसठ– एकषष्ठि
इक्कीस– एक विंशति
इक्यासी– एकाशीति
इक्यावन– एक पंचाशत्
ई
ईधन– ईंधन
ईख– इक्षु
ईर्षा (इरखा)- ईर्ष्या
ईंट– इष्टिका
उ – tatsam tadbhav
उछाह– उत्साह
उपरोक्त– उपर्युक्त
उबटन– उद्धर्तन
उल्लू– उलूक
उलाहना– उपालम्भ
उठान– उत्थान
उस– अमुष्य
उपजना– उत्पद्यते
उठ– उतिष्ठ
उड़– उड्ड
उबालना– उद्वालन
उन्नीस– ऊनविंशति
उन्तीस– ऊनत्रिंशति
उन्तालीस– ऊनचत्वारिंशत्
उन्चास– ऊनपचाशत्
उगना– उदगत
उगलना– उद्गलन
उघाड़ना– उद्घाटन
उजडु– उज्जड
उपास– उपवास
उसास– उच्छवास
उजला– उज्ज्वल
ऊ
ऊन– ऊर्ण
ऊँचा– उच्च
ऊँट– उष्ट्र
ऊखल– उद्खल
ऊसर– वन्ध्या
ए
एंड़ी– अण्डी
एवज– स्थानापन्न
एका– ऐक्य
एकलौता– एकल पुत्र
ऐ
ऐसा– ईदृश
ओ
ओखली– उलूखन
ओठ– ओष्ठ
ओर– अवर
ओस– अवश्याय
ओझा– उपाध्याय
ओला– उपल
औ
औगुन– अवगुण
औंधा– अवमूर्ध
और– अपरं
क
कन्धा– स्कन्ध
के– कृते, कार्ये
केला– कदली
किवाड़– कपाट
करतब– कर्तव्य
काम/करम– कर्म
कपूत/कुपूत– कुपुत्र
कपूर– कर्पूर
कछुआ– कच्छप
कबूतर– कपोत
करोड़– कोटि
कोढ़– कुष्ठ
किसन– कृष्ण
कारज– कार्य
कुदारी– कुद्दाल
कच्चा– कुपच
किसान– कृषक
कुत्ता– कुक्कुर
कंगाल– कङ्गाल
कौड़ी– कपर्दिका
कसेरा– काँस्यकार
काँटा– कण्टक
कपास– कर्पास
कान– कर्ण
काठ– काष्ठ
कुटुम– कुटुम्ब
कोयल– कोकिल
कुम्हार– कुम्भकार
कुआँ– कूप
क्रोधित– क्रुद्ध
कुंजी– कुन्जिका, कुंचिका
क्रोधी– क्रुद्ध
कहाँ– कुत्र
कोदो– कोद्रव
कहार– स्कन्धधार
कंगन– कंकण
कंघी– कंकती
कँवल– कमल
कई– कति
कचहरी– कृत्यगृह
कटघरा– काष्ठगृह
कटहल– कंटफल
कठपुतली– काष्ठपुत्तलिका
कड़ाह– कराह
कल– कल्य
कहानी- कथानिका
कडुआ– कटु
कपड़ा– कर्पट
कब– कदा
का– कृत
काट– कर्त
काटना– कर्तन
काढ़ा– क्वाथ
कान्हा,किसन– कृष्ण
कृप्या– कृपया
किस– कस्स
किसम– कृषाण
कीड़ा– कीटक
कुँवारा– कुमारकः
कुछ– कश्चित
कुम्हड़ा– कूष्माण्ड
कुल्हाडा– कुठार
कूची– कूर्चिका
कूदना– कूर्दन
काँच– काच
कूड़ा– कूट
केवट– कैवर्त्त
कैसा– कीदृश
कैथा– कपित्थ
कोई– कोडपि
कोठारी– कोष्ठागारिक
कोढ़– कुष्ठ
कोढी– कुष्ठी
कोना– कोण
कोस– क्रोश
कौन– का पुनः
कौआ– काक
कौर– कवल
कोयल– कोकिल
क्या– किम्
क्यारी– केदारिका
कोहनी– कफोणी
क्यों– किंपुनः
किल्लोल– कल्लोल
कान– कर्ण
काना– काणः
काँसा– कांस्य
काजल– कज्जल
केहरी– केशरी
कातिक– कार्तिक
ख
खम्भा– स्तम्भ
खोता– खगायतन
खीर– क्षीर
खप्पर, खपड़ा– खर्पर
खार– क्षार
खलित– स्खलित
खेत– क्षेत्र
खेती– क्षेत्रित
खेल– खेला
खैर– खदिर
खोदना– क्षोदन
खुर– क्षुर
खुजली– खर्जू
खाना– खादन
खान– खनि
खाट– खटवा
खंडहर– खंडगृह
खजूर– खूर्जर
खत्री– क्षत्रिय
खाँसी– कास
खाई– खाति
खाजा– खाद्य
ग– tatsam tadbhav shabd
गँवार– ग्राम+कार (ग्रामीण)
गदहा (गधा)- गर्दभ
गवैया– गायक
गाँव– ग्राम
गाय– गो
गड्डा– गर्त
गिद्ध (गीध)- गृद्ध
गोबर– गोविष्ट
गुन– गुण
गेहूं– गोधूम
गहरा– गम्भीर
गाजर– गृज्जन
गलना– गलन
गाँठ– ग्रन्थि
गागर– गर्गर
गाभिन– गर्भिणी
गाहक– ग्राहक
गुफा– गुहा
गुसाईं– गोस्वामी
गूंजना– गुञ्जन
गेंद– कंदुक
गोत– गोत्र
गोद– क्रोड
गोरा– गौर
गोह– गोधा
गौना– गमन
ग्यारह– एकादश
ग्वाला– गोपालक
गर्मी– घर्म
गाड़ी– गार्त
गिनना– गणना
गनेश– गणेश
गलत– गल्त
गर्दन– ग्रीवा
गेरू– गैरिक
घ
घी– घृत
घर– गृह
घाष– घात
घड़ा– घट
घड़ी– घटिका
घोड़ा– घोटक
घाट– घट्ट
घरनी– गृहणी
घिन– घृणा
घाव– घात
घिसना– घृषण
घुघची– गुञ्जा
घूघट– गुंठन
च
चख– चक्षु
चमार– चर्मकार
चना– चणक
चोर– चौर
चितेरा– चित्रकार
चोरी– चोर्य
चीता– चित्रक
चौपाया– चतुष्पद
चोंच– चञ्चु
चमड़ा (चाम)- चर्म
चुल्लू– चुल्लुक
चूना– चूर्ण
चकवा– चक्रवाक
चक्का– चक्र
चबाना– चर्वण
चाँद– चंद्र
चाँदनी– चन्द्रिका
चार– चत्वारि
चालीस– चत्वारिंशत्
चाहे– चक्षते
चिड़िया– चटिका
चिकना– चिक्कण
चुनना– चिनोति
चूमना– चुम्बन
चैत– चैत्र
चौंतीस– चतुस्त्रिंशत्
चौक– चतुष्क
चौखट– चतुष्काठ
चौथाई– चतुर्थभागिक
चौथा– चतुर्थ
चौदह– चतुर्दश
चौबीस– चतुर्विंशति
चौरासी– चतुरशीति
चौंरी– चमरी
चौंसठ– चतुष्षष्ठि
चौहत्तर– चतुस्सप्तति
चौबे– चतुर्वेदी
चरित– चरित्र
चरन– चरण
चूर्ण– चूरन
चाक– चक्र
छ– तत्सम शब्द
छाजन– छादन
छाया– छाँह
छति– क्षति
छ:- षट्
छेद– छिद्र
छकड़ा– शकट
छाया– छत्र
छत– छत्र
छक्का– षटक
छठा– षष्ठ
छत्तीस– षट्त्रिंशत्
छप्पन– षट्पंचाशत्
छब्बीस– षटविंशति
छयालीस– षट्चत्वारिंशत्
छाता– छत्रक
छिलका– शकल
छुरी– क्षुरिका
छेनी– छेदनी
छोड़ना– क्षोड़न
छीन– क्षीण
छोटा– क्षुद्र
छोभ– क्षोभ
छिन– क्षण
ज
जीभ– जिह्वा
जुगति– युक्ति
जंगला– वातायन
जमाई– जामाता
जौ– यव
जोबन– यौवन
जमुना– यमुना
जब– यदा
जहाँ– यत्र
जड़– जटा
जम– यम
जनेऊ– यज्ञोपवीत
जम्हाई– जृम्भिका
जलना– ज्वलन
जवान– युवक
जवाँ– युवा
जाँघ– जंघा
जागना– जाग्रण
जाड़ा– जाड्य
जाना– याति
जानना– ज्ञान
जजमान– यजमान
जिस– यस्य
जेठ– ज्येष्ठ
जैसा– यादृश
जोगी– योगी
जोड़ा– युक्त
जामुन– जंबुल
जोत– ज्योति
जनम– जन्म
जोधा– योद्धा
जुआ– द्यूत
झ
तद्भव | तत्सम |
झट | झटिति |
झरोखा | जालक |
झरना | निर्झर |
झण्डा | ध्वज |
झीना | जीर्ण |
झूठा | जुष्ट |
झाँवा | झामक |
झनकार | झणत्कार |
ट
टकसाल– टंकशाला
टिटिहरी– टिटिभी
टूटना– त्रुट्यते
ठ
ठंडा– स्तब्ध
ठाँव– स्थान
ड– tatsam shabd
डंक– दंश
डर– डाह
डसना– दंशन
डाँड– दण्ड
डाइन– डाकिनी
डाढ़– दष्ट्रा
डाह– दाह
डीठ– दृष्टि
डेढ़– द्वयर्द्ध
ड्योढ़ा– द्वयर्द्ध
ढ
ढाई– अर्धतृतीय
ढीठ– धृष्ट
ढीला– शिथिल
ढौंचा– अर्धपञ्च
त
तब– तदा
तलवार– तरवारि
तमोली– ताम्बूलिक
तांबा– ताम्र
तालाब– तड़ाग
ताकना– तर्कन
ताव– ताप
तिगुना– त्रिगुण
तिनका– तृण
तिहाई– त्रिभागिका
तिरछा– तिरश्च
तीजा– तृतीयक
तीखा– तीक्ष्ण
तीता– तिक्त
तीन– त्रीणि
तीस– त्रिंशत्
तीसरा– त्रिसृत्
तुझ– तुभ्यम्
तुम– तुषमे
तू– त्वं, वैदिक तु
तैंतालिस– त्रिचत्वारिंशत्
तैंतीस– त्रित्रिंशत्
तेइस– त्रिविंशति
तेरह– त्रयोदश
तुरंत– त्वरित
तेल– तैल
तोंद– तुंद
तो– ततः
तोड़ना– त्रोटन
त्यों– तदा
त्यौहार– तिथिवार
तैसा– तादृश
तपसी– तपस्वी
तीतर– तित्तिरि
तीरथ– तीर्थ
तमचूर– ताम्रचूर्ण
तकुआ– तर्कु
तरनी– तरणी
तेडुल– तन्दुल
थ
थन– स्तन
थल– स्थल
थंभ/थम्ब- स्तम्भ
था– स्थित
थान– स्थान
थामना– स्तम्भन
थोड़ा– स्तोक
थाली– स्थाल
थकान– शिथिल
थूनी– थम्भी
थूरना– थुवर्ण
द
दूब– दूर्वा
दही– दधि
दाद– दन्द्रु
दाँत– दन्त
दीठ– दृष्टि
दुबला– दुर्बल
दबना– दमन
दस– दश
दसवाँ– दशम
दाई– धात्री
दाख– द्राक्षा
दुपहरी– द्विप्रहरी
दाढ़ी– दंष्ट्रिका
दामाद– जामाता
दाहिना– दक्षिण
दीया– दीपक
दीवाली– दीपावली
दूज– द्वितीया
दूजा– द्वितीय
दूध– दुग्ध
दूना– द्विगुण
दूल्हा– दुर्लभ
दूसरा– द्विसृत
देखना– दृश+प्रेक्षण
देवर– द्विवर
दो– द्वौ
दोना– द्रोण
दोहरा– द्विधा-सृत
दुपट्टा– द्विपट
दुबे– द्विवेदी
दृग– दृक्
दई– दैव
दरसन– दर्शन
ध
धनिया– धनिका
धान– धान्य
धीरज– धैर्य
धुंआ– धूम्र
धुनि– ध्वनि
धूल– धूलि
धोना– धावन
धरती– धरित्री
धरम– धर्म
न– tatsam shabd
नेवला– नकुल
नारियल– नारिकेल
नाच– नृत्य
नाक– नसिका
नाखून– नख
नीम– निम्ब
नेह– स्नेह
नंगा– नग्न
नंदोई– ननांदृपति
नया– नव्य
नब्बे– नवति
नरसों– अन्य परश्व
नवाशी– नवाशीति
नस– नस्या
नहना– नखहरण
नहीं– न हि
नाँघना– लंघन
नाई– नापित
नाती– नप्तृ
नाथ– नस्ता
निगलना– निर्गलन
निठुर– निष्ठुर
निडर– निर्दर
निभाना– निर्वहण
निनानवे– नवनवति
निहाई– निधाति
नीचा– नीच्य
नीचे– नीचैः
नींद– निद्रा
नींबू– निम्बुक
नेवता (नेउता)- निमंत्रण
नैन– नयन
नैहर– ज्ञतिगृह
नोचना– लुंचन
नोन– लवण
निबाह– निर्वाह
नखत– नक्षत्र
प
पाँक– पङ्क
पलंग– पर्यङ्क
पड़ोसी– प्रतिवासी
पूरा– पूर्ण
पाहुना– प्राघूर्ण
प्रथवी– पृथ्वी
पाँव– पाद
पात– पत्र
पच्छी– पक्षी
पाती– पत्रिका
पोता– पौत्र
पूत– पुत्र
पाख– पक्ष
पोखरा– पुष्कर
पतला– प्रतनु
पत्थर– प्रस्तर
पढ़ना– पठन
पियारा– प्रिय
पंगत– पंक्ति
पंद्रह– पंचदश
पकवान– पक्वान्न
पक्का– पक्व
पखवारा– पक्ष+वार
पगहा– प्रग्रह
पचपन– पंचपंचाशत्
पछतावा– पश्चात्ताप
पड़ना– पतन
परिवा– प्रतिपदा
पड़ोस– प्रतिवेश
पड़ोसी– प्रतिवेशी
पढ़– पठ
पतोहू– पुत्र वधू
पत्ता– पत्र
पनसारी– पण्यशालिक
पन्ना– पर्ण
पपड़ी– पर्पटी
पर– उपरि
परकोटा– परिकूट
पुतली– पुत्तलिका
परख– परीक्षा
परनाला– प्रणाल
परपोता– प्रपौत्र
परपोती– प्रपौत्री
परमारथ– परमार्थ
परस– स्पर्श
परसों– परश्वः
पराठा– पर्पट
पलड़ा– पटल
पल्ला– पल्लव
पसीना– प्रस्वेद
पहचान– प्रत्यभिज्ञान
पहनना– परिधान
पहर– प्रहर
पूड़ी– पूपालिका
पहुँच– प्रभुत्व
पाँच– पञ्च
पाँत– पंक्ति
पान– पर्ण
पाना– प्रापण
पानी– पानीय
पुहुप/फूल– पुष्प
पाहन– पाषाण
पिटारा– पिटक
पिसन– पिषण
पीछे– पश्चात्
पिता– पितृ
पीठी– पिष्टिका
पीढा– पीठ
पीढ़ी– पीठिका
पीला– पीत
पुजारी– पूजाकारी
पीपल– पिप्पल
पुआ– पूप
पूरब– पूर्व
पुराना– पुराण, पुरातन
पूँछ– पुच्छ
पूंजी– पुञ्ज
पूछना– पृच्छन
पूस– पौष
पैंतालीस– पंचचत्वारिंशत्
पैंतीस– पंचत्रिंशत्
पैर– पदिर
पोथी– पुस्तक
पौन– पवन
पौना– पादोन
प्यास– पिपासा
पैदल– पदाति
पुरुषारथ– पुरुषार्थ
फ
फूलना– फुल्लन
फन्दा– पाश
फरुआ– परशु
फाँसी– पाशिका
फागुन– फाल्गुन
फुरती– स्फूर्ति
फूटना– स्फुटन
फूल– पुष्प
फोड़ा– स्फोट
फेफड़ा– फुफ्फुस
ब
बरजंग– बज्रांग
बहिन– भगिनी
बहनोई– भगिनीपति
बाँस– बँश
बछड़ा– वत्स
बाघ– व्याघ्र
बावली– नापी
बनारस– वाराणसी
बहू– वधू
बाग– वाटिका
बुरा– विरूप
बत्ती– वर्तिका
बिजुली– विद्युत्
बढ़ई– वीर्ध
बैल– वृषभ,बलीवर्द
बेटा– वत्स
बिच्छू– वृश्चिक
बटेर– बर्तक
ब्याह– विवाह
बादल– वारिद
बँटना– बंटन
बंदर– वानर
बकरा– वक्रर
बखान– व्याख्यान
बगुला– वक
बच्चा– वत्स
बड़– वर
बड़ा– वृत्तक
बढ़ना– वर्धन
बत्तीस– द्वात्रिंशत्
बनिया– वणिक
बयालिस– द्वाचत्वारिंशत
बयासी– द्वाशीति
बरसना– वर्षण
बरस– वर्ष
बरात– वर यात्रा
बसेरा– वासगृह
बहत्तर– द्वासप्तति
बहिरा– वधिर
बहुत– बहुत्व
बहेडा– विभीतक
बाँका– वक्र
बाँसुरी– वंशी
बाँझ– वन्ध्या
बाँध– बंध
बाँधना– बंधन
बाँह– बाहु
बाईस– द्वाविंशति
बाजा– वाद्य
बाट– वर्त्म
बाड़ी– वाटिका
बात– वार्ता
बानवे– द्वानवति
बायाँ– वाम
बार– वार
बार– द्वार
बारह– द्वादश
बालू– बालुका
बावन– द्वापंचाशत
बावला– वातुल
बाहर– बहिर
बासठ– द्वाषष्ठि
बिकना– विक्रयण
बिगाड– विकार
बिनती– विनति
बिंदी– बिंदु
बीधा– विग्रह
बीत– व्यतीत
बीच– वर्त्म
बीस– विंशति
बींधना– वेधन
बुआ– पितृश्वसा
बुड्ढा– वृद्ध
बूंद– बिन्दु
बूझना– बुध्यते
बूटी– वृत्तिक
बेल– बिल्व
बेर– बदरी
बैस– उपविष्ठ
बैन– वचन
बोना– वपन
बौना– वामन
भ
भुवाल– भूपाल
भादों– भाद्रपद
भौं– भृकुटि, भ्रू
भँवर– भ्रमर
भगत– भक्त
भैंसा– महीष
भेड़िया– वृक
भाई– भ्राता/भ्रातृ
भरोसा– वराशा
भतीज– भ्रातृव्य
भत्ता– भक्त
भला– भद्र
भंडार– भांडागार
भट्टी– भ्रष्ट्रिका
भभूत– विभूति
भांजा– भागिनेय
भांड– भंड/भट्ट
भाडा– भाटक
भाप– वाष्प
भाभी– भ्रातृभायी, भ्रातृवधू
भावज– भातृजाया (भौजाई)
भिरवारी– भिक्षाकारी
भी– अपि
भीख– भिक्षा
भीतर– आभ्यन्तर
भूख– बुभुक्षा
भूसन– भूषण
भूसा– बुष
भेस– वेष
भौरा– भ्रमर
म – तत्सम- तद्भव शब्द
मक्खी– मक्षिका
मुट्ठी– मुष्टि
मग– मार्ग
मुँह– मुख
मछली– मत्स्य
मिष्ठान– मिष्टान्न
मोर– मयूर
मठिया– मठ
माथा– मस्तक
मसा– मशक
माला– मानिक
मंडुआ– मंडप
मक्खन– म्रक्षण
मजीठ– मञ्जिष्ठ
मच्छर– मत्सर
मढ़ना– मंडन
मट्ठी– मृत्तिका
मदारी– मंत्रकारी
मरना– मरण
मशहरी– मशकहरी
मसान– श्मशान
महँगा– महार्घ
महावत– महापात्र
महुआ– मधूक
माँ– मातृ
मैहर (नैहर), मायका – मातृगृह
मांगना– मार्गण
माखन– म्रक्षण
माई– मातृ
मिर्च– मरिच
मिठाई– मिष्टि
मिट्टी– मृतिका
मीत– मित्र
मुआ– मृत
मुखिया– मुख्य
मुझे– मह्यम्
मुट्ठी– मुष्टि
मूँड़– मुंड
मूंग– मुद्ग
मूंछ– श्मश्रु
मूठ– मुष्टि
में– मध्ये
मेह– मेघ
मेढक– मंडूक
मैल– मल
मोती– मौक्तिक
मोर– मयूर
मौर– मुकुट
मौसी– मातश्वसा
मगर– मकर
मौत– मृत्यु
मानुस– मनुष्य
मकड़ी– मर्कटी
य
यह– एष
यहाँ– अत्र
र
रुपया– रोप्या
रोटी– रोटिका
रूखाई– रूक्षता
रसोई– रसवती
रखना– रक्षण
रत्ती– रक्तिका
रस्सी– रज्जु
रहट– अरघट्ट
राख– क्षार
राजपूत– राजपुत्र
रात– रात्रि
रानी– राज्ञी
रास– राशि
रीठा– अरिष्ट
रीता– रिक्त
रीस– ईर्ष्या
रूष्ट– रूठा
रूख– वृक्ष
रैन– रजनी
रोआँ– रोम
रोगी– रुग्ण
राखी– रक्षिका
रोना– रोदन
ल
लोन– लवण
लीलार– ललाट
लाख– लक्ष
लोभी– लुब्ध
लोहार (लुहार)- लौहकार
लौंग– लवंग
लोहा– लौह
लोथ– लोष्ट
लोयन– लोचन
लेई– लेपिका
लँगड़ा– लंग
लंगोट– लिंग पट्ट
लकड़ी– लगुड़
लखपति– लक्षपति
लगना– लगन
लटकना– लटन
लच्छा– लवगुच्छ
लड़का– लड+का
लड़ना– रणन
लीख– लिक्षा
लिपटना– लिप्त
लाठी– लगुड+यष्टि
लाज– लज्जा
लहसुन– लशुन
लाख– लाक्षा
लछमी– लक्ष्मी
लच्छन– लक्षण
लहू– रक्त
लोग– लोक
लोढ़ा– लोष्ट
व – तत्सम शब्द
वह– असौ
विछोह– विक्षोभ
श
शिस्य– शिष्य
शक्कर– शर्करा
शीशम– शिंशपा
स
साँड़– शण्ड
सेठ– श्रेष्ठी
सेज– शय्या
सेमर– शालमलि
सिंगार– शृंगार
सुहाग– सौभाग्य
साईं– स्वामी
साखी– साक्षी
साथी– सार्थ
सन्यासी– संन्यासी
ससुर– श्वसुर
ससुराल– श्वसुराल
साहित्यक– साहित्यिक
साढू– श्यालीवाट
सियार– शृंगाल
सराध– श्राद्ध
सोना– स्वर्ण
साढ़े– सार्द्ध
साँवाँ– श्यामक
साग– शाक
सौत– सपत्नी
सुई– सूचिका, सूची
सवा– सपाद
सपना– स्वप्न
साँप– सर्प
सोनार– स्वर्णकार
सत्तू– सक्तु
सगा– स्वक
संसारिक– सांसारिक
सलाई– शलाका
संडसी– संदेशिका
सँभल– सफल
सबद– शब्द
थन– स्तन
सकना– शक्यते
सच– सत्य
सतसई– सप्तशती
सतहत्तर– सप्तसप्तति
सताना– संतापन
सन्त– सत्व
सत्ताईस– सप्तविंशति
सत्तावन– सप्तत्चाशपं
सत्तासी– सप्ताशीति
सत्रह– सप्तादश
सनीचर– शनैश्चर
सपूत– सुपुत्र
समझ– संबुद्धि
समेटना– समावर्तन
सयाना– सज्ञान
सरसों– सर्सप
सलोना– सलावण्य
सहिजन– शोभांजन
सहेली– सह हेलनी
सांकल– श्रृंखला
साँचा– सच्चक
सांझ– संध्या
साँवला– श्यामल
साँस– श्वास
साझा– सांश
साठ– षष्ठि
साड़ी– शाटी
सात– सप्त
सातवाँ– सप्तम
साथ– सार्थ
साला– श्याल
साली– श्याली
सावन– श्रावण
सास– श्वश्रू
साही– शल्यकी
साहू– साधू
सिंघाड़ा– शृंगाटक
सिक्ख– शिष्य
सिकड़ी– श्रृंखला
सफेद– श्वेत
सिर– शिर
सिल– शिला
सींग– शृंग
सीख– शिक्षा
सीढ़ी– श्रेढी, श्रेणी
सिद्ध– सीधा
सीला– शीतल
सीस– शीर्ष
सुअर– शूकर
सुआ– शुक
सुघड़– सुघट्ट
सुथरा– सुस्थिर
सुन– शृणु
सुन्न– शून्य
सूढ़– शुण्ड
सूखा– शुष्क
सूत– सूत्र
सूना– शून्य
सूरज– सूर्य
सेम– शिम्बा
सैंतालीस– सप्तचत्वारिंशत
सैंतीस– सप्तत्रिंशत
सोंठ– शुष्टि
सोंध– सुगन्ध
सार्थी– सारथि
सोता– स्रोत
सोलह– षोडश
सौंप– समर्पय
सौ– शत
सौरी– प्रसूति गृह
सरग– स्वर्ग
सरबस– सर्वस्व
सबद– शब्द
संझा– संध्या
सुमिरन– स्मरण
सगुन– शकुन
सजन– स्वजन
ह – tatsam shabd
हड्डी– हड्डु, अस्थि
हाथी– हस्ति
हिनहिनाना– ह्वेषण
हल्दी (हरदी)- हरिद्रा
हँसी– हास्य
हुलास– उल्लास
हरड़– हरीतकी
हरा– हरित
हलका– लघुक
हाथ– हस्त
हिरन– हरिण
हिय– हृदय
हिलना– हिल्लन
हींग– हिंगु
हीरा– हीरक
होंठ– ओष्ठ
हेठी– अधःस्थिति