मोरल स्टोरी-एक गिलास दूध की कीमत
मोरल स्टोरी-एक गिलास दूध की कीमत एक ऐसी motivational hindi story है। जो हमें निस्वार्थ भाव से दूसरों की मदद करने की प्रेरणा देती है। ऐसी कहानियां मनोरंजन के साथ साथ शिक्षा भी प्रदान करती हैं। तो प्रस्तुत है-
मोरल स्टोरी-एक गिलास दूध की कीमत
एक छोटे से कस्बे में एक लड़का रहता था। वह पढ़ाई लिखाई में बहुत होशियार था। पढ़ाई के साथ साथ अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए वह घर घर जाकर सामान बेचा करता था।
गर्मी का मौसम था। लड़का एक मोहल्ले में सामान बेच रहा था। तेज धूप और भूख ने लड़के को परेशान कर दिया था। उसने तय किया कि अगले घर में वह खाना मांग लेगा।
उसने अगले घर का दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा एक लड़की ने खोला। अपने सामने एक लड़की को देखकर वह हड़बड़ा गया। उसने खाने की जगह एक गिलास पानी मांग लिया।
लेकिन लड़की ने उसकी स्थिति देखकर जान लिया कि वह भूखा है। वह पानी की बजाय उसके लिए एक बड़ा गिलास दूध ले आयी।
पढ़ें- हिंदी कहानियां- लालच का फल
लड़के ने बिना कुछ कहे चुपचाप दूध पी लिया। दूध पीने के बाद उसने लड़की से पूछा, “दूध के कितने पैसे दूं?” लड़की ने कहा, “पैसे देने की जरूरत नहीं है। मेरी माँ कहती है, किसी की मदद करने के पैसे नहीं लिए जाते।”
लड़के ने उत्तर दिया “फिर में आपको दिल से धन्यवाद देता हूँ।” लड़का जब वहां से निकला तो उसे ताकत भी मिल चुकी थी और ईश्वर एवं मानवता में उसका विश्वास भी बढ़ चुका था।
इस घटना को बहुत साल बीत गए। एक बार वह लड़की बहुत बीमार पड़ गयी। कस्बे के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। उसे शहर के एक नामी हॉस्पिटल में ले जाया गया।
वहां के डॉक्टरों ने बताया कि उस लड़की जीवन केवल मशहूर डॉक्टर होवार्ड केल्ली ही बचा सकते हैं। संयोग से वे उस दिन उसी शहर में थे।
लेकिन वे इतने व्यस्त होते हैं कि उनका अप्वाइंटमेंट मिलना बहुत मुश्किल होता है। लड़की के परिजनों के अनुरोध पर हॉस्पिटल के मैनेजमेंट ने डॉक्टर होवार्ड केल्ली से बात की।
डॉक्टर केल्ली ने जब उस कस्बे के नाम सुना तो लड़की को देखने के लिए तुरंत तैयार हो गए। हॉस्पिटल में लड़की को देखकर डॉक्टर केल्ली तुरंत उस लड़की को पहचान गए।
पढ़ें– मोरल स्टोरी
ये वही लड़की थी जिसने उन्हें बचपन में एक बार एक गिलास दूध पिलाया था। वह भी बिना मूल्य लिये। डॉक्टर केल्ली ने उसका जीवन बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का संकल्प लिया।
उनके प्रयासों से आखिरकार लड़की बच गयी। डॉक्टर केल्ली ने बिलिंग काउंटर से उसका बिल लिया और उस पर एक नोट लिखकर उसे लड़की के पास भिजवा दिया।
बिल का लिफाफा देखकर लड़की की रूह कांप गयी। इतने बड़े हॉस्पिटल का बिल भी भारी भरकम होगा। इसका भुगतान कैसे होगा? यह सोचते हुए उसने लिफाफा खोला तो बिल के एक किनारे पर पेन से लिखा था कि इस बिल का भुगतान एक गिलास दूध की कीमत से किया जा चुका है। नीचे डॉक्टर होवार्ड केल्ली के हस्ताक्षर थे।
लड़की को सालो पुरानी वह घटना याद आ गयी और उसकी आँखों से आंसू बहने लगे।
कहानी से सीख-Moral of Story
मोरल स्टोरी-एक गिलास दूध की कीमत हमें सिखाती है कि हमें लोगों की मदद जरूर करनी चाहिए। क्योंकि दूसरों की मदद करने से हमारा खुद का भी भला होता है।
हिन्दू धर्म, व्रत, पूजा-पाठ, दर्शन, इतिहास, प्रेरणादायक कहानियां, प्रेरक प्रसंग, प्रेरक कविताएँ, सुविचार, भारत के संत, हिंदी भाषा ज्ञान आदि विषयों पर नई पोस्ट का नोटिफिकेशन प्राप्त करने के लिए नीचे बाई ओर बने बेल के निशान को दबाकर हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब जरूर करें। आप सब्सक्राइबर बॉक्स में अपना ईमेल लिखकर भी सबस्क्राइब कर सकते हैं।
हिंदी कहानियां- सच बोलने का परिणाम
यह कहानी आपको कैसी लगी? कमेंट करके बताइये। पोस्ट को शेयर भी करें।